sangya ke kitne bhed hote hain|(संज्ञा के कितने भेद होते है)

 sangya ke kitne bhed hote hain|(संज्ञा के कितने भेद होते है)

संज्ञा और sangya ke kitne bhed hote hain यह हिंदी व्याकरण का ही एक भाग है।
संज्ञा के भेद समझने से पहले हम संज्ञा क्या है इसके विषय में समझते है।
दोस्तो यहां दी गई संज्ञा की जानकारी चाहे आप स्कूल में हो या कोई exam की तैयारी कर रहे है सब के लिए बताया गया है।
यहां संज्ञा के विषय में पूछे तमाम प्रश्न भी दिए हुआ है।
संज्ञा एक विकारी शब्द है यह आप जानते ही होंगे।
विकारी शब्द: वे शब्द जिनके रूप लिंग, वचन,कारक और काल के अनुसार परिवर्तित हो जाता हो उसको विकारी शब्द कहते है।
संज्ञा=> सम् + ज्ञा ==> समान + जानना
संज्ञा की परिभाषा:

किसी स्थान,व्यक्ति और वस्तु इत्यादि के नाम उनकी जाति अथवा किसी भाव के अर्थ का बोध कराने वाले शब्द संज्ञा कहलाते है।

संज्ञा के भेद(sangya ke kitne bhed hote hain)

sangya ke kitne bhed hote hain
Sangya ke kitne bhed hote hain
दोस्तो संज्ञा के मुख्यत्वे तीन(3) प्रकार होते है लेकिन कही जगह पर पांच(5) प्रकार भी बताया गया है। असल में तीन प्रकार ही है।
  1. व्यक्तिवाचक संज्ञा
  2. जातिवाचक संज्ञा
  3. भाववाचक संज्ञा
जातिवाचक संज्ञा के भी दो प्रकार होते है।
  1. द्रव्यवाची जाति
  2. समुदाय/समूहवाची जाति
अब हम एक के बाद एक सभी प्रकार को अच्छे से समझते है।

1.व्यक्तिवाचक संज्ञा

परिभाषा:

किसी व्यक्ति,वस्तु, या स्थान आदि–इत्यादि के नाम का बोध कराने वाले शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाते है।

Note: याद रहे की व्यक्तिवाचक संज्ञा का प्रयोग हमेशा एकवचन में किया जाता है।
उदाहरण:–
व्यक्ति के नाम:– राजू,दिनेश,कपिल,मुकेश,रमेश आदि नाम
वस्तु के नाम:– L.G टीवी, Lenovo लैपटॉप, Redmi मोबाइल, H.M.T घड़ी आदि वस्तु के नाम
स्थान के नाम:– लंडन, दुबई, अमेरिका, जापान, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, आयरलैंड, आदि स्थान के नाम
दोस्तो अब हम व्यक्तिवाचक संज्ञा को कैसे पहचाना है इसके बारेमे सीखेगे। यहां जो तरीके दिया हुआ है उसको रटना नही है।

व्यक्तिवाचक संज्ञा को पहचानने के नियम या तरीके

  • जातिवाचक संज्ञा का कोई शब्द जब कोई व्यक्ति विशेष के अर्थ में रूढ़ या उपयोग होता है तो वहां व्यक्तिवाचक संज्ञा होगी।
उदाहरण:–
(1) गांधी जी अहिंसा में मानते थे।
यहां गांधी जी शब्द सभी गांधी जाति के लिए नहीं बल्कि महात्मा गांधी के लिए ही रूढ़ है। इसीलिए यहां गांधी जी शब्द को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहा जाएगा।
(2) पटेल जी ने भारत को एक राष्ट्र बनाया था।
यहां आप देखिए की पटेल शब्द को सभी पटेल जाति के लिए नहीं बल्कि केवल सरदार वल्लभभाई के लिए लिखा है।इसीलिए यहां पटेल शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा होगी।
(3) मोदी जी ने भारत में नोटबंदी कराई थी।
यहां मोदी शब्द केवल वाडाप्रधान नरेंद्र मोदी के लिए ही उपयोग किया जाया इसीलिए यह शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाएगा।
(4) तेंदुलकर को दुनिया के क्रिकेट खेल का भगवान माना जाता है।
यहां तेंदुलकर शब्द सभी तेंदुलकर जाती के लिए ना समझ कर केवल सचिन तेंदुलकर के लिए लिया है इसलिए इसको भी जातिवाचक संज्ञा होगी।
आशा करता हुआ आपको sangya ke kitne bhed hote hain के व्यक्तिवाचक संज्ञा की जानकारी अच्छे से समझ आ गई होगी।

2. जातिवाचक संज्ञा

परिभाषा:

जब किसी स्थान, प्राणी,वस्तु इत्यादी की पूरी जाति या कहे तो पूरे वर्ग का बोध कराने वाले शब्द जातिवाचक संज्ञा कहलाने है।

Note: याद रहे जातिवाचक संज्ञा का प्रयोग केवल(हमेसा) बहुवचन में किया जाता है अर्थात ऐसे एक वचन में किया जाता है जिसका बहुवचन बन सके।
 जैसे की:–
मनुष्य, पशु, जानवर, पुरुष, स्त्री,लड़का,लड़की आदि पूरी जाति दर्शाने वाले शब्द।
वस्तु के नाम:– कूलर, पंखा,फ्रिज,साइकल,ट्रक,मोटर,आदि
Note: यहां वस्तु के नाम से उसकी पूरी जाति को संबोधन किया है। 
स्थान के नाम: देश, विदेश, राज्य,दुकान, शहर गांव, विद्यालय आदि शब्द जो पूरी जाति दर्शाते हो…
जातिवाचक संज्ञा के दो प्रकार होते है।
  • (a) द्रव्यवाची जाति
  • (b) समुदायवाची जाति या समूहवाची जाति
अब हम द्रव्यवाचक संज्ञा के दो प्रकार को विस्तार से समझते है।

(a) द्रव्यवाची जाति

परिभाषा:

संज्ञा के वे शब्द जो किसी भी द्रव्य पदार्थ का बोध कराते है यानी जो द्रव्य शब्द को दर्शाते है उसको द्रव्यवाची जातिवाचक संज्ञा कहते है।

जैसे की:– सोना, दूध, पत्थर, पीतल,लोहा,पानी,पेट्रोल,डीजल इत्यादि।
(b) समुदाय/समूहवाची जाति
परिभाषा:

संज्ञा के वे शब्द को किसी समुदाय या समूह का बोध कराते है वैसे शब्द को समुदाय/समूहवाची जातिवाचक संज्ञा कहते है।

जैसे की:– कोई सभा, पुलिस, सम्मेलन, गिरोह, टीम,दल,ढेर, गटर,वर्ग आदि समूह दर्शानवाले शब्द।

जातिवाचक संज्ञा को पहचानने के नियम या तरीके

नियम:1
  1. जब व्यक्तिवाचक संज्ञा का कोई शब्द अपने साथ कोई अन्य नाम का बोध कराता हो तो इस अन्य नाम जातिवाचक संज्ञा होता है।

 ऊदाहरण:–

(1) मीना हमारे आंगन की लक्ष्मी है।
यहां मीना एक व्यक्ति का नाम है इसीलिए मीना व्यक्तिवाचक संज्ञा होगी। 
यहां व्यक्तिवाचक के साथ दूसरा नाम का बोध करा रहा है इसीलिए लक्ष्मी शब्द जातिवाचक संज्ञा होगी
(2) आरती तो पूरी गंगा है।
यहां आरती व्यक्तिवाचक संज्ञा है और इसको गंगा के साथ जोड़ा गया है इसीलिए गंगा शब्द जातिवाचक संज्ञा होगी।
(3) प्रभुदेवा तो भारत के माइकल जैक्सन है यार।
यहां भी ऊपर के जैसे ही होगा…
प्रभुदेवा एक व्यक्ति का नाम है इसीलिए व्यक्तिवाचक संज्ञा और इसको माइकल जैक्सन के साथ जोड़ा है तो माइकल जैक्सन शब्द व्यक्तिवाचक होके भी यहां जातिवाचक शब्द बना है
(4) मुकेश जी को भारत का भामाशाह कहा जाता है।
यहां मुकेश के नाम को भामाशाह बताया है इसीलिए मुकेश शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा और भामाशाह शब्द जातिवाचक संज्ञा होगी।
(5) श्रीकृष्ण को भगवान विष्णु का रूप कहा जाता है।
यहां श्रीकृष्ण एक नाम है और उसको विष्णु भी बताया गया है इसीलिए श्रीकृष्ण शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा और विष्णु जातिवाचक संज्ञा होगा।
नियम:2
  • भाववाचक संज्ञा और विशेषण का प्रयोग हमेशा एकवचन में किया जाता है, और जैसे ही इनको बहुवचन में प्रयोग किया जाए तब वह जातिवाचक संज्ञा का रूप धारण कर लेते हैं।
उदाहरण:–
(1) गरीबों को खाना देना चाहिए।
यहां गरीबों शब्द गरीब का बहुवचन है और गरीब शब्द भाववाचक संज्ञा भी है।
इसीलिए गरीब शब्द का बहुवचन करके वाक्य में उपयोग किया गया तो वह जातिवाचक संज्ञा हो जाती है।
(2) बड़ो को सम्मान और प्रेम देना चाहिए।
यहां बड़ो शब्द बड़े लोग(बुजुर्ग) का बहुवचन है और बड़े शब्द भाववाचक संज्ञा भी है इसीलिए यहां बड़ो शब्द जातिवाचक संज्ञा होगी।
(3) इस बिचारे पर दु:खो का पहाड़ टूट पड़ा है।
यहां भी दुःख का बहुवचन का उपयोग किया गया है और यह भाववाचक संज्ञा भी है इसलिए यहां दु:खों शब्द को जातिवाचक संज्ञा कहते है।

3. भाववाचक संज्ञा

परिभाषा:

 वे संज्ञा शब्द जो किसी भी भाव, अवस्था,गुण, दोष, आकार स्वभाव, दशा, दिशा, इत्यादि का बोध कराते है वे शब्द को भाववाचक संज्ञा कहते है।

जैसे की:–
  • अमीरी
  • गरीबी
  • बुढ़ापा
  • जवानी
  • बचपन
  • लंबाई
  • ऊंचाई
  • सुख
  • दु:ख
  • प्रार्थना
  • प्रेम
  • वात्सल्य आदि भाव दर्शाने वाले शब्द
उदाहरण:–
(1) कुछ लोग हमेशा दुःखी होते है।
यहां दुःखी शब्द एक भाव है इसको भाववाचक संज्ञा कहते है।
(2)काजल बहुत गरीब है।
(3) रानी बहुत लंबी है।
(4) गाय अपने बच्चे को प्रेम करती है।
(5) मंदिर में सब प्राथना करने जाते है।